डांसिंग कपल - ए लव स्टोरी भाग 15
भाग 15
अगले दिन डांस स्कूल में लंच करते समय…..
अमर…. पता है तारा जब मैंने मम्मी को हमारी शादी के बारे में बताया तो मम्मी ने कहा वो एक महीने तक मेरी मनपसन्द का खाना बनाकर लंच बॉक्स में देंगी ताकि तुम्हें भी मेरी पसन्द के बारे में पता चल सके और शादी के बाद तुम्हें मेरा मनपसन्द खाना बनाने में कोई परेशानी ना हो।
तारा पानी पी रही होती है और यह बात सुनते ही उसके मुँह से पानी की फुहार बाहर गिरती है।
तारा…..सॉरी अमर, वो मुझे खाना बनाना नहीं आता। चाय, ब्रेड ऑमलेट, मैगी और दाल चावल के सिवा मुझे कुछ बनाना नहीं आता।
अमर गुस्से से…. ये तुमने मुझे पहले क्यों नहीं बताया? मैं खाने का बहुत शौक़ीन हूँ। मुझे चिकन, फिश बेहद पसंद है, दाल-चावल से मेरा क्या होगा?
तारा की आँखों में आँसु आ जाते हैं तभी अमर तारा को गले से लगाता है और कहता है…..मैं बस यूँ ही तुम्हें छेड़ रहा था और जोर से हंसने लगता है।
अमर तारा को अपने हाथों से खाना खिलाता है और कहता है एक खुशखबरी है…..सुपर डांसर शो के ऑडिशन के लिए जो हमने दोनों के वीडियो भेजे थे ना, वो सेलेक्ट हो गए हैं। फाइनल सिलेक्शन का ऑडिशन मुम्बई में होगा 20 अप्रैल को, ठीक हमारी शादी के 3 दिन बाद।
तारा….वाह! ये तो बहुत बढ़िया है तब तक तो हम मुम्बई पहुँच चुके होंगे।
अमर….. आज से हमें सोलो परफॉरमेंस पर ध्यान देना होगा, प्रैक्टिस ज़्यादा करनी होगी।
तारा….डांस प्रैक्टिस में तो कोई कमी नहीं होगी। लेकिन मुझे लगता है हमें जॉब छोड़ने का नोटिस दे देना चाहिए डांस स्कूल में।
अमर….. हाँ ठीक कह रही हो तारा तुम, आज ही दे देते हैं नोटिस। आज सोच रहा हूँ 17 तारीख की शाम की मुम्बई की फ्लाइट की टिकट्स भी बुक करवा दूँ।
तारा….. 17 की नहीं 18 अप्रैल की दोपहर या शाम की करवाओ। शादी में मम्मी और जूही भी आएंगे, उसी दिन मैं मुम्बई के लिए निकल गयी तो दादी और पापा को जूही और मम्मी पर शक हो जायेगा। मैं अगले दिन डांस स्कूल का बहाना करके घर से निकल जाऊंगी।
अमर…..ठीक है, एक दिन की दूरी मैं किसी तरह बरदाश्त कर लूँगा।
तारा और अमर एक दूसरे को देखकर मुस्कुराते हैं और आइ लव यू कहते हैं।
शाम को तारा घर पर पहुँचती है तो दादी और पापा घर पर आ चुके होते हैं।
तारा के घर आते ही दादी तारा को अपने पास बिठाकर बहुत प्यार करती है और कहती है….लड़के का घर बार बहुत बढ़िया है, उसने तेरी फोटो देखते ही हाँ कह दी है।
उसके घरवाले बात पक्की करने के लिए घर आना चाहते हैं।
तारा अपनी उदासी छिपाते हुए…... इतनी जल्दी क्या है दादी, आप थोड़ा समय रुक नहीं सकते क्या?
मैंने कहा है ना शादी मैं आपकी मर्ज़ी से ही करुँगी तो फिर यह जल्दबाज़ी क्यों?
दादी…..शादी जब तू कहेगी तभी होगी, बस बात पक्की हो जायेगी तो ना उन्हें टेंशन, ना हमें टेंशन।
तारा….. दादी मुझे थोड़ा वक़्त दो इस बारे में सोचने के लिए।
दादी....ठीक है इस संडे तक जवाब दे दे मुझे।
तारा……. ठीक है दादी कहकर अपने कमरे में चली जाती है।
अगले दिन तारा अमर को सारी बात बताती है।
अमर कहता है हमारी शादी में सिर्फ 15 दिन बचे हैं। जब तक वो लड़का आयेगा देखने तब तक 7 दिन बचेंगे।
ऐसा करो तुम 2 दिन बाद जाकर दादी को बोल देना….लड़के और उसके परिवार को बुलाने के लिए। बात ही तो पक्की करेगा, कौन सी अंगूठी पहना देगा?
तारा….. तुम तो ऐसे कह रहे हो जैसे सब मेरे हाथ में है।
तारा रोने लगती है…… मैं तुम्हारे सिवा ना किसी को देखना चाहती हूँ, ना किसीसे बात करना चाहती हूँ।
अमर……. जान मुझे एहसास है इस बात का, लेकिन ऐसा नहीं किया तो दादी को शक हो जायेगा। मैं नहीं चाहता कि हमारी शादी में कोई अड़ंगा आए।
अमर तारा को प्यार से सारी बातें समझाता है और तारा समझ जाती है।
ठीक 2 दिन बाद तारा दादी को लड़के और उसके परिवार को बुलाने के लिए हाँ कह देती है जिसे सुनकर दादी बहुत खुश हो जाती है।
संडे के दिन लड़का, उसके माता पिता घर आते हैं। खूब अच्छे से उनका आदर सत्कार किया जाता है। तारा ने अमर का दिया हुआ ही सूट पहना हुआ होता है जिसमे वो बहुत खूबसूरत लग रही होती है।
लड़के का नाम मोहित होता है। जूही, मोहित और तारा को बात करने के लिए छत पर ले जाती है। मोहित जो भी सवाल करता है तारा सिर्फ उसका हाँ या ना में जवाब देती है। तभी जूही जूस लेकर आती है और सर्व करते समय तारा के ऊपर गिरा देती है। तारा सॉरी कहकर अपना सूट वाश करने के लिए चली जाती है।
तारा की जगह जूही अपनी चटर-पटर शुरू कर देती है और मोहित से उसकी पसन्द-ना पसन्द के बारे में पूछना शुरू कर देती है और साथ ही अपनी भी बताने लग जाती है। दोनों ऐसे बात कर रहे होते है जैसे बरसों पुराने दोस्त बात कर रहे हों।
तारा दोनों को इस तरह बात करते देख हैरान रह जाती है और दुआ करती है…. हे भगवान मोहित जूही को पसन्द कर ले।
मोहित और उसका परिवार बिना बात पक्की करके चले जाते हैं यह कहकर कि वो थोड़े दिनों में अपना जवाब देंगे। दादी का मुंह उतर जाता है लेकिन तारा मन ही मन खुश हो जाती है।
❤सोनिया जाधव